Mansi savita

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -04-Feb-2023

जिंदगी मेरे भी आसान नहीं है 
जीता हूं पर परेशान बहुत हूं
लड़का हूं साहिब जिम्मेदारियो का भार है
सुबह की भाग दौड़ सरकारी नौकरी की आस
फिर घर का खर्चा के लिए करते है जॉब है
जीत तो ही जाऊंगा मैं नहीं उदास हूं
सपना मेरा देश का सैनिक बनने का
पहुंच गया मैं  आधी राह ,लंबाई  न होने के
वजह से लौटा दिया ,मैं कैसे हार जाता
करता हूं मेहनत आज भी 
पर नही हुआ मेरा सपना भी साकार जी
जिंदगी के तराने देखो हर रोज दिल दुखाते है
गम को भुलाके जिंदगी के पन्ने पलट जाते है
होती मुलाकात एक परी से जो कर दिया जादू
उसने अपनी झड़ी से
जो सफलता में पागल वो आज भी मुस्कुराता है
हारा था पर जीत के गीत गुनगुनाता हूं
जॉब भी है रुतबा भी आएगा मेरी जिंदगी
में सफलता की जश्न का मजा भी आयेगा।।

   15
6 Comments

Milind salve

06-Feb-2023 07:27 PM

👌👌👌

Reply

Punam verma

05-Feb-2023 09:44 AM

Very nice

Reply

Sant kumar sarthi

04-Feb-2023 06:34 PM

Nice 👍🏼

Reply